Mohabbat Shayari पहले तो आप सभी पाठको को मेरा नमस्कार . वैसे तो मुझे कोई शेरो शायरी आती नहीं इसलिए मैं गूगल बाबा को धन्यवाद् देना चाहता हूं, Mohabbat Shayari क्योंकि इनके बिना मैं अधूरा हूं। तो चलिए शुरू करते है,
Mohabbat Shayari
Har Aashiq Apane Mahboob Ke Saath Hota,
Parinda Banna Agar Insaan Ke Haath Main Hota.
हर आशिक अपने महबूब के साथ होता,
परिंदा बनना अगर इंसान के हाथ में होता।
Ek Umr Bhar Ki Judai Mera Naseeb Karke,
Wo To Chala Gaya Hai Baatein Ajeeb Karke,
Tarz-E-Wafa Ko Uski Kya Naam Dun Main Ab,
Khud Door Ho Gaya Hai Mujhko Qareeb Karke.
एक उम्र भर की जुदाई मेरा नसीब करके,
वो तो चला गया है बातें अजीब करके,
तर्ज़-ए-वफ़ा को उसकी क्या नाम दूँ मैं अब,
खुद दूर हो गया है मुझको करीब करके।
Dooriyan He Nazdikiyan Laati Hain,
Dooriyan He Ek Dooje Ki Yaad Dilati Hain,
Door Hokar Bhi Koi Kareeb Hai Kitna,
Dooriyan He Is Baat Ka Ehsaas Dilati Hain.
दूरियां ही नजदीकियां लाती हैं,
दूरियां ही एक दूजे की याद दिलाती हैं,
दूर होकर भी कोई करीब है कितना,
दूरियां ही इस बात का एहसास दिलाती हैं।
-Shayari on Dooriyan-
Ta-Umar Ham Tumse Dur Rahe Bas Ek Tere Liye,
Mujhe Kya Pata Tha Ki Tum Meri Vajah Se Dur Ho.
ता-उम्र हम तुमसे दूर रहे बस एक तेरे लिए,
मुझे क्या पता था कि तुम मेरी वजह से दूर हो।
काम आ सकी न अपनी वफायें तो क्या करें,
उस बेवफा को भूल न जाये तो क्या करे।
मत रो किसी बेवफा को याद करके,
वो खुश है तुझे यूँ बर्बाद करके।
किसी का रूठ जाना और अचानक बेवफा होना,
मोहब्बत में यही लम्हा कयामत की निशानी है।
आता नहीं ख्याल अब अपना भी ऐ जलील
एक बेवफा की याद ने सब कुछ भुला दिया।
Mere mehboob ki baat hee juda hai.
Wo khud hee nai janta k wo kya hai.
Wo mera hai mera hai WO mera hai,
Ye mera nahi hai, aasmani faisla hai.
Mohabbat Shayari Hindi
Hasrat to hai bahut use gale lagane ki,
Par na Jane q wo kae din se khafa hai.
Mere naseeb ko chamkdaar kar diya,
Jis din se WO meri duniya me aagaya hai.
Nakamiyan kabhi mere raaste na ayengi,
Q ki mere sath, mere ma baap ki dua hai.
Anjaam ki kise parwah raaste ka kise darr,
Yahi sochke, “uves” manzil ko chal pada hai.
हर वो शायरी जिसमें हमने तुझे महबूब लिखा,
जमाने ने सुना और कहा वाह क्या खूब लिखा!
घर में भी दिल नहीं लग रहा, काम पर भी नहीं जा रहा
जाने क्या ख़ौफ़ है जो तुझे चूम कर भी नहीं जा रहा
Mere Mehboob Ko Jis Din, Janab DekhogeHosh Ud Jayenge Jab Benaqab DekhogeNoor
Par Ek Aftab DekhogeRaat To Raat Rahi Din Mein Bhi Khwab Dekhoge
उसने महबूब ही तो बदला है फिर ताज्जुब कैसा
दुआ कबूल ना हो तो लोग खुदा तक बदल लेते है
रात के तीन बजने को हैं, यार ये कैसा महबूब है?
जो गले भी नहीं लग रहा और घर भी नहीं जा रहा।
Mohabbat Shayari Hindi 2 line
हाल ऐसा नहीं जो तुम से कहें
एक मसला नहीं जो तुम से कहें
तुम पूछो और हम न बताएं ऐसे तो हालात नहीं
एक जरा सा दिल टुटा हे, और कोई बात नहीं |
हमने तेरे बगेर भी जी कर बता दिया
अब ये सवाल क्या हे, की फिर दिल का क्या हुआ |
समझ सके, तो समझ जिन्दगी की उलझन को
सवाल उतने नहीं हे, जवाब जितने हे |
हमको मालूम हे, जन्नत की हक़ीकत
दिल बहलाने के लिए ख्याल अच्छा हे |[1]
तुम फुजूल बातो का दिल पर बोझ मत लेना
हम तो खेर कर लेगे जिन्दगी बसर तन्हा |
हम भी कुछ खुश नहीं वफ़ा कर के
तुम ने अच्छा किया निबाह न करके
एक जरा सी बात पर बरसों के याराने गए
ये भी अच्छा हुआ कुछ लोग पहचाने गए
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